रबी फसलों के उपार्जन के लिए किसान पंजीयन की अंतिम तिथि 28 फरवरी

रबी विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, मसूर, सरसों उपार्जन के लिए किसानो का पंजीयन किया जा रहा है। पंजीयन की अंतिम तिथि आगामी 28 फरवरी 2020  है। पंजीयन केंद्रों पर शासकीय कार्य दिवस में सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक पंजीयन किया जा रहा है। किसान पंजीयन गिरदावरी के सत्यापित भू-अभिलेख के डेटाबेस से किया जाएगा। किसान की भूमि एवं फसल में बोए गए रकबे की जानकारी गिरदावरी डेटाबेस से ली जा रही है।


किसान को अधिक सशक्त करने, भू-स्वामियों को पंजीयन करने के लिए विकल्प उपलब्ध है जिनमें एमपी किसान ऐप, उपार्जन मोबाइल ऐप, पब्लिक डोमेन में उपार्जन पोर्टल तथा विगत वर्ष के रबी  उपार्जन करने वाली पात्र संस्थाओं के केंद्रों पर पंजीयन किया जा रहा है। किसान द्वारा व्यक्तिगत मोबाइल एवं कंप्यूटर के अलावा व्यक्तिगत अथवा बाह्य स्थानों से भी पंजीयन किया जा सकता है। पात्र संस्थाओं के द्वारा पंजीयन किया जा सकता है। पंजीयन केंद्र लॉगइन से भूस्वामी, कृषक एवं वन पट्टाधारी किसानों का का पंजीयन किया जा सकेगा। आशय यह है किसी कमी कृषक एवं वन पट्टाधारी का पंजीयन मात्र पंजीयन केंद्र पर ही हो सकेगा।


रबी के लिए सभी किसानों नए तथा पुरानो को पंजीयन कराना आवश्यक है। पंजीयन के लिए किसान को मूलभूत जानकारी में नाम, समग्र आईडी नंबर, आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, बैंक आईएफएससी, मोबाइल नंबर, विक्रय तिथियों के तीन विकल्प देना होंगे। किसान को यह पुष्टि कर लेना चाहिए कि उसकी जानकारी सही स्वरूप में दर्ज हुई है क्योंकि उपार्जन के समय मूलभूत जानकारी में संशोधन के विकल्प की सुविधा केंद्र स्तर पर उपलब्ध नहीं होती है। विगत पंजीयक कृषकों का मूलभूत डाटा पूर्व से प्रदर्शित होगा जिसमें परिवर्तन एवं संशोधन की कार्रवाई ओटीपी आधारित ई-ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया के माध्यम से किया जा सकेगा।


किसान गिरदावरी में दर्ज भूमि एवं बोई गई फसल से संतुष्ट नहीं होने पर किसान के पंजीयन के पूर्व किसान द्वारा भूमि एवं बोई गई फसल में संशोधन के लिए गिरदावरी में दावा-आपत्ति उपार्जन कार्य प्रारंभ होने के पूर्व करना होगी। दावा-आपत्ति का निराकरण होने एवं ई-उपार्जन पोर्टल पर किसान की संशोधित जानकारी आने पर पंजीयन किया जा सकेगा। पंजीयन के समय किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या आने पर हेल्पलाइन नंबर +917412236984 पर संपर्क किया जा सकेगा।


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